कुत्ते की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टी पुलिस अफसरों ने दी सलामी
चौंकिए नहीं, आप भी जानिये खूबियां24 अप्रैल 22, मुरादाबाद। कहावत है कि इंसान के नाम से नहीं, बल्कि कर्म से पहचाना जाता है। जनाब, इंसान ही नहीं जानवर को भी कर्म से पहचाना जाता है और अभूतपूर्व सम्मान भी मिलता है। रविवार को अपने कर्म से पुलिस का मददगार बनने वाले कुत्ते को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी गई। अफसरों ने सेल्यूट किया और पुलिस कर्मियों ने सम्मान में शव उल्टे कर दिए।पुलिस लाइन में डागी वीकॉन को पुलिस अफसर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए।
वीकॉन ने पौने ग्यारह वर्ष की पुलिस की सेवा।
पुलिस ने इसका नाम वीकॉन रखा था। लेब्राडोर जाति के इस कुत्ते का जन्म बीस जुलाई 2011 को हुआ था। वीकॉन को स्निफर श्वान (विस्फोटक) के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस में दिनांक 20.06.2012 को नियुक्त किया गया। आज दिनांक 24.04.2022 को वीकॉन की लम्बी बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। वीकॉन श्वान ने 10 वर्ष 9 महीन 04 दिन उत्तर प्रदेश पुलिस मे सेवा प्रदान की। वीकॉन का शव पुलिस लाइन में लाया गया। पुलिस अधीक्षक नगर अखिलेश भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यातायात एवं सहायक पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन्स द्वारा राजकीय सम्मान सहित सलामी देकर अन्तिम विदाई दी। इस मौके पर मातमी धुन बजाई गई और शस्त्रों को उल्टा कर दिया गया।पुलिस लाइन में कुत्ते के सम्मान में उल्टे किए शस्त्र व मौन धारण किए पुलिस जवान
कुंभ मेले में वीकॉन को मिला था मेडल।
दरअसल, वीकॉन ने पुलिस की कई जटिल केसों में मदद की। इसी की मदद से पीएम, सीएम जैसे वीवीआइपी के कार्यक्रम में पुलिस विस्फोटक की जांच कराती थी और वीकॉन ड्यूटी पर रहता था। वर्ष 2019 के कुंभ में वीकॉन को मेडल भी दिया गया था। कुत्ते की देखरेख और हैंडल करने की जिम्मेदारी आलोक कुमार के पास थी। जघन्य अपराध होने पर वीकॉन पुलिस को अपराधियों के संकेत देने का कार्य करता रहा है। रविवार को वीकॉन की अंतिम यात्रा जिसने भी देखी वह हैरान रह गया। लोग बोले-कर्म ही आपकी पहचान है, अच्छे कर्म कीजिये सम्मान जरूर मिलेगा।
रिपोर्ट : विशाल शर्मा एंड सचिन कुमार ।।