मेडिकल माफिया की हरामजदगी इससे पता चलती है कि इन्होंने :-
1.पहले सिगरेट को प्रमोट किया ।
2. फिर प्राणघातक रिफाइंड को promote किया ।
3. सरसों के शुद्ध तेल और देशी घी का विरोध किया ।
4 .बच्चों के लिये अमृत समान देशी गाय के दूध और शहद के स्थान पर ,कैंसर कारक sikkmed milk powder को promote किया।
5. खिचड़ी के स्थान पर 7 दिन पुरानी ब्रेड को promote किया।
6 .सेंधा नमक के स्थान पर समुद्री नमक को ,
promote किया ।
क्या मेडिकल माफिया ने इन सबको आपकी भलाई के लिये prmote किया ।
1. क्या किसी मेडिकल माफिया ने आपको बताया कि उच्च रक्तचाप (BP) , URIC ACID और अन्य acid आदि की समस्या की जड़ चाय है ? मैंने जब चाय छोड़ दी दोनों समस्याओं ने मेरा पीछा भी छोड़ दिया ।
2. क्या किसी मेडिकल माफिया ने आपको मधुमेह ( शुगर) की जड़ गेहूँ के आटे के बारे में बताया ? कि अगर आप ज्वार ,बाजरा ,जों , चन्ने का आटे के मिश्रित आटे जा प्रयोग करेंगे तो मधुमेह आपका पीछा छोड़ देगा ।
3. क्या किसी मेडिकल माफिया ने केमिकल युक्त चीनी के स्थान पर देशी खांड जिसमे कोई केमिकल नहीं पड़ता उसके बारे में बताया ?
4. क्या किसी मेडिकल माफिया ने फ्रिज के ठंडे पानी से होने वाले सिरदर्द के बारें में बताया ?मानयीय राजीव भाई दिक्सित की बात सुन कर मैंने ठंडा पानी छोड़ दिया उसके बाद मेरा सिरदर्द से पीछा छुटा ।
5. क्या किसी मेडिकल माफिया ने हानिकारक विटामिन D के स्थान धूपस्न्नान लेने की सलाह दी ,
कैल्शियम की गोलियों जिससे कब्ज़ हो जाती है उसके स्थान पर चुने की गोलियों का सेवन की सलाह दी , विटामिन c की गोलियों के स्थान पर खट्टे फल खाने की सलाह दी,
zinc की गोलियों के स्थान पर प्रातः ताम्रपत्र में जल प पीने की सलाह दी ।
अगर मेडिकल माफिया आपको सही सलाह देगा तो एक तो यह commission से हाथ धो बैठगा दूसरा रोगी के ।
या तो यह तथाकथित MEDICAL SCIENCE झूठी है या तुम्हारी नीयत में खोट है ।