रिपोर्ट :- दीपक कुमार शामली।। ब्रेकअप बना क़त्ल क़ी वजह, मुहब्बत मे दग़ा का शक प्रेमी को ले गया क़त्ल क़ी दहलीज पर पुलिस कड़ा कदम उठाती तो बच सकती थी जान.. आरती क़ी बहन ने पुलिस पर लगाया इल्ज़ाम गत दिवस महाराष्ट्र के पालघर मे ब्रेकअप से नाराज़ प्रेमी रोहित यादव के हाथों मारी गई आरती क़ी बहन सानिया यादव का आरोप है क़ी उसकी बहन ने रविवार को रोहित के खिलाफ थाने मे शिकायत दी थी मगर SHO ने रोहित को बुलाकर डांटा और भगा दिया था.. यदि तभी कड़ी कार्यवाही हो जाती तो उसकी बहन जिन्दा होती। क्या है एफआईआर में? कातिल रोहित यादव के खिलाफ IPC 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी रोहित यादव और मरने वाली युवती के बीच 6 सालों से प्रेम संबंध था।रोहित यादव हरियाणा व मृतक युवती उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। रोहित यादव ने एक महीने पहले एक निजी कंपनी में जॉब पर युवती को लगवाया था।आरोपी हर दिन युवती को उसके ऑफिस छोड़ने जाता था। लेकिन कुछ दिनों पहले मृतक लड़की का कंपनी में एक लड़के के साथ प्रेम संबंध होने का शक आरोपी को हुआ।मृतक लड़की रोहित से फोन पर बात करने या फोन करने को टाल रही थी।
उच्च जातियों के पास कुल संपत्ति का 𝟖𝟖.𝟒, OBC को 𝟗 और SC-ST के पास मात्र 𝟐.𝟔 फीसदी हिस्सा’, लालू ने उठाए सवाल
पटना: राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब की रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. लालू ने कहा कि जब तक ओबीसी, एससी-एसटी और उच्च जाति के गरीब लोग बीजेपी की भक्ति, धर्मांधता और नफरत बोने वाले दंगाइयों को अपना नेता मानेंगे तो ये आंकड़े और भी बदतर होते जाएंगे. लालू ने कहा कि ये लोग धूर्तता के साथ 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 को सांकेतिक और दिखावटी प्रतिनिधित्व देकर इतिश्री कर देते हैं, ताकि देश की ये बहुसंख्यक आबादी अपने अधिकारों की वाजिब मांग ना कर सके.
क्या लिखा है लालू यादव ने?:
लालू ने एक्स हैंडल पर लिखा कि वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब (विश्व असमानता लैब) की ओर साझा की गई रिसर्च में पिछड़ों/दलितों और आदिवासियों के लिए डरावने आंकड़े सामने आए हैं. यह रिसर्च देश में बढ़ती सामाजिक – आर्थिक गैरबराबरी को उजागर करती है. इस रिपोर्ट के अनुसार उच्च जातियों के पास देश की कुल संपत्ति का 𝟖𝟖.𝟒% हिस्सा है जबकि ओबीसी के पास केवल 𝟗.𝟎% और अनुसूचित जाति और जनजाति के पास मात्र 𝟐.𝟔% है.
जातीय जनगणना पर लालू का सवाल:
लालू ने आगे कहा कि 𝟐𝟎𝟏𝟑 में 𝐎𝐁𝐂 का देश की संपत्ति में 𝟏𝟕.𝟑% हिस्सा था जो 𝟐𝟎𝟐𝟐 में घटकर 𝟗% ही रह गया है. छोटे और मध्यम आकार के व्यवसाय लगातार घटते जा रहे हैं. कृषि घाटे का सौदा होता जा रहा है. किसान सरकार की गलत नीतियों के चलते बर्बाद हो रहे है. सर्वविदित है कि देश में 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 की आबादी लगभग 𝟖𝟓% है. यही कारण है कि बीजेपी जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती क्योंकि इससे हर क्षेत्र में कुंडली मारे बैठे संपन्न लोगों का प्रभुत्व उजागर हो जाएगा.
संपत्ति की हिस्सेदारी पर क्या बोले लालू?:
आरजेडी अध्यक्ष ने वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रिसर्च बताती है कि देश की कुल संपत्ति का बड़ा हिस्सा लगभग 𝟖𝟗% हिस्सा, आबादी में सबसे कम वाले वर्गों के पास है और देश की सबसे अधिक आबादी वाले 𝟖𝟓% 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 के पास बाकी बचा हिस्सा है. इससे पता चलता है कि हमारे देश में सामाजिक-आर्थिक असमानता की जड़ें कितनी गहरी हैं. मोदी सरकार लगातार 𝟏𝟎 बरसों से 𝐎𝐁𝐂, 𝐒𝐂 और 𝐒𝐓 वर्ग के छोटे व्यवसायों को भी टारगेट कर खत्म कर रही है.
“जब तक 𝐎𝐁𝐂, 𝐒𝐂 & 𝐒𝐓 और उच्च जाति के गरीब लोग बीजेपी की भक्ति, धर्मांधता और नफरत बोने वाले दंगाइयों को अपना नेता मानेंगे, तो ये आंकड़े और भी बद्तर होते जाएंगे. विगत 𝟏𝟎 वर्षों में इन्होंने आपको यानि 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 को धर्म और छद्म राष्ट्र के बनावटी मुद्दों व बहसों में उलझा कर अपनी सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सत्ता को ओर अधिक सुदृढ़ एवं सुनिश्चित किया है.” – लालू प्रसाद यादव, अध्यक्ष, आरजेडी