रिपोर्ट :- गणेशी पंवार हापुड़, धौलाना, गढ़ ।। अवैध तरीके से होटल का संचालन करने वाले दबंग होटल के मालिक ने बाथरूम का इस्तेमाल करने पर एक पत्रकार के साथ जमकर अभ्रद्रता की। जिसका वीड़ियो सोशल मीड़िया पर वायरल होने के बाद पत्रकार आक्रोशित हो गए और थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। कार्यवाही नही होने पर दर्जनों पत्रकारों ने थाने के गेट पर बैठकर धरना देने शुरू कर दिया। पत्रकारों द्वारा उच्चधिकारियों को घटना से कराया अवगत कराने के बाद आरोपी पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और पत्रकारों ने कहा कि अगर जल्द ही गिरफ्तारी नही हुई तो आंदोलन को तैयार रहे।
क्या है मामला
थाना बाबूगढ क्षेत्र में अवैध तरीके से होटल का संचालन करने वाले ने पत्रकारों को टोयलेट में पेशाब करने पर गंदी गंदी गालियां देते हुए खुद को न्यूज चैनल का मालिक बताया और कहा कि सभी मीडिया वाले मेरे पैर छूते है और मेरे सामने बोलने की किसे पत्रकार की औकात नहीं है। और कहा कि सभी पत्रकार मेरे सामने पानी भरते है। इस तरह के अभद्र व्यवहार का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसे देख सभी पत्रकारों में रोष व्याप्त हो गया। सभी पत्रकार थाना बाबूगढ पर एकत्र हुए और होटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे वही थाना प्रभारी भी होटल मालिक के रसूक रोब के आगे नस्मतक नजर आये। जो होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर टालामटोली करते मौखिक रूप से कार्रवाई का आश्वसन देते नजर आये।
थाना प्रभारी मेरठ जिले से स्थानांतरण होकर आये जो जिले में पिछले कई वर्षो से तैनात है। मगर किन्ही कारणों के चलते उन्हे कभी चार्ज नही मिल पाया था। कुछ माह पूर्व चार्ज की शुरूआत थाना हाफिजपुर से होने के बाद अब थाना बाबूगढ में दूसरी बार चार्ज मिलने के बाद गदगद है। जो शायद पत्रकारों को मात्र उपयोग की ही चीज समझते है। वही वरिष्ट पत्रकारों ने जिले के उच्चधिकारियों को उक्त घटना से अवगत कराया और मामले को सोशल मीड़िया के जरिये लखनउ बैठे अधिकरियों तक पहुंचाया। जिसके बाद बाबूगढ थाना प्रभारी हरकत में आये और वीड़ियों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश की बात कहने लगे। वही आरोपी होटल मालिक को उसके गांव उपैड़ा से गिरफ्तार कर अब थाना प्रभारी आरोपी पर कार्रवाई की बात कहकर पत्रकारों से वहवाही लूट का प्रयास कर रहे है। वही आईपा संगठन के राष्टीय सचिव सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि अब पत्रकारों को एकजुट रहकर अपनी लड़ाई लडनी होगी। चाहे उसके लिए कमिश्नरी से लेकर प्रदेश स्तर तक क्यो ना जाना पड़े। न्याय पाने के लिए पत्रकार आन्दोल को रहे तैयार।