रिपोर्ट :- अभिषेक मौर्य जौनपुर जिला प्रभारी।। वाराणसी। जिला अस्पताल परिसर में 96.81 लाख की लागत से बना एमआरआई भवन शोपीस बनकर रह गया। भवन में 5 साल से ताला लटक रहा है। वहीं बाहरी दीवारों पर सीलन लग गई है। अब प्लास्टर भी टूटकर गिरने लगे हैं। विभागीय सुस्ती का दंश मरीजों व उनके तीमारदारों को झेलना पड़ रहा है। उन्हें एमआरआई के लिए महंगी फीस भरनी पड़ रही है।
जिला अस्पताल में 96.81 लाख की लागत से 2018 में एमआरआई भवन का निर्माण शुरू हुआ था, जो 12 मार्च 2019 को पूरा हो गया। इसके बाद लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें एमआरआई कराने के लिए निजी जांच केंद्रों पर जाकर मोटी रकम नहीं खर्च करनी पड़ेगी। हालांकि भवन बनने के बाद से ही उस पर ताला लटक रहा है।
वाराणसी में सरकारी अस्पतालों में सिर्फ बीएचयू में एमआरआई जांच की सुविधा है। ऐसे में यहां मरीजों की भीड़ रहती है। यहां नंबर लगाना पड़ता है। उसके बाद स्लाट के हिसाब से एमआरआई जांच होती है। सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने कहा कि किस कारणवश जांच की सुविधा शुरू नहीं हो पाई, इसको लेकर सीएमएस से बात की जाएगी।