जौनपुर पहुँचे भारत में फ्रांस के राजदूत ने ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। उन्होंने ऐतिहासिक इमारतों के साथ साथ जौनपुर में कई स्थानों की फोटो भी अपने कैमरे से शूट की और खास कर बच्चों की फोटो खींची।
सबसे पहले वो अटाला मस्जिद पहुचें । इमैनुएल लेनेन ने अटाला मस्जिद की सुंदरता को देखा और वहां आस पास के दुकानदारों से बात की। इस दौरान पैदल चलते हुए उन्होंने एक कपड़े के दुकान के बाहर लगे दूल्हे का शेरवानी पहने स्टेचू की फोटो भी खिंची। उसके बाद वो बड़ी मस्जिद गए जहां उन्होंने मस्जिद की सुंदरता को कैमरे में कैद किया और लोगों से जानकारी हासिल किया। बड़ी मस्जिद से जाते समय दो मासूम मुस्लिम बच्चियों को अपने पिता के साथ जाता देख कर उन्होंने गाड़ी रुकवाई और बच्चियों की फ़ोटो खिंची। उसके बाद वो सीधा लालदरवाजा मस्जिद गए जहाँ पर उन्होंने मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों की फोटो खींची। उसके बाद लेनिन सीधा अकबर द्वारा बनवाए गए शाही पुल की सुंदरता देखने पहुंचे । पुल पर बुर्जियों में लगे फिल्मी पोस्टर और बुर्जियों के अंदर रखे साइकिल की तस्वीर भी अपने कैमरे में कैद की। सबसे आखिरी में वो जौनपुर की फेमस इमरती का स्वाद चखने बेनीराम की दुकान में गए जहां लेनेन ने इमरती खरीदी और अपने पर्स से पैसे निकालकर दुकानदार को दिए। इमारतों को देख कर लेनेन काफी खुश नजर आए पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय सभ्यता की काफी तारीफ करते हुए उन्होंने कहाकि जौनपुर बहुत अच्छा शहर है मैंने इतिहास के किताबों में जौनपुर का नाम पढ़कर जौनपुर भ्रमण का कार्यक्रम रखा। इस जिले का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है । इसके उपरांत सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए प्रस्थान फ्रांस के राजदूत सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए हुए रवाना